अगर आपकी वेबसाइट पर पायरेटेड कंटेंट हुआ, तो नहीं मिलेगी गूगल पर जगह!
जिन वेबसाइटों पर पायरेटेड कंटेंट होगा उनके लिए अब गूगल और बिंग सर्च इंजन के पहले पेज पर जगह पाना काफी मुश्किल हो जाएगा. गूगल और माइक्रोसॉफ्ट (जो बिंग सर्च इंजन चलाती है) एक नए कोड ऑफ कंडक्ट पर सहमत हुए हैं.
द टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक इस कोड की योजना ब्रिटेन के बौद्धिक संपदा कार्यालय ने बनाई है, जिसका लक्ष्य सर्च इंजनों, अवैध वेबसाइटों की तरफ ट्रैफिक मोड़ने से रोकना है.
जिन वेबसाइटों पर पायरेटेड कॉन्टेंट होगा उनके लिए अब गूगल और बिंग सर्च इंजन के पहले पेज पर जगह पाना काफी मुश्किल हो जाएगा.
इस रूल्स ऑफ कंडक्ट के तहत गूगल और बिंग उन वेबसाइटों को रोकने की कोशिश करेंगे जिन्हें बार-बार कॉपीराइट उल्लंघन का नोटिस दिया गया है, ताकि सर्च करने पर पहले पेज पर न दिखें.
हालांकि यह नियमावली स्वेच्छा से लागू करने की बात कही गई है, लेकिन कॉपीराइट पर नजर रखने वाली सरकारी संस्था अगले कुछ महीनों तक गूगल और बिंग पर नजर रखेगी कि वे इस नियम का कितना पालन कर रहे हैं.
इससे फिल्म, टीवी और संगीत इंडस्ट्री को कितना फायदा मिलेगा, यह अभी साफ नहीं है. क्योंकि गूगल लंबे समय से यह तर्क देता रहा है कि पायरेसी वेबसाइटों पर जाने वाले ट्रैफिक का बहुत मामूली हिस्सा ही सर्च इंजनों से गुजरकर जाता है.
अगर आपकी वेबसाइट पर पायरेटेड कंटेंट हुआ, तो नहीं मिलेगी गूगल पर जगह!
Reviewed by Editor :- Abdul Hafeez
on
6:32 am
Rating: